उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अपनी मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत राज्य की सभी पात्र गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को सप्ताह में दो बार अंडे और दो बार खजूर जैसी पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराएगी।
पूरी जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़ें।
उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना की मुख्य विशेषताएं | |
|---|---|
| योजना का नाम | उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना। |
| शुरुआत की तिथि | ज्ञात नहीं। |
| प्रदान किए जाने वाले लाभ | हर सप्ताह पौष्टिक खाना। |
| पात्र लाभार्थी | राज्य की गर्भवती महिलाएं एवं स्तनपान करने वाली माताएं। |
| नोडल विभाग | महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग। |
| आवेदन कैसे करें | आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से। |
| योजना अंग्रेजी में पढ़े | Uttarakhand Mukhyamantri Mahila Poshan Yojana. |
| फ्री योजना अपडेट | व्हाट्सएप | टेलीग्राम |
उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना का परिचय: एक संक्षिप्त विवरण
- उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेश के वासियों के लिए बहुत सी कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
- गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और उनके शिशु के स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से शुरू की गई प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं में से एक है “मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना”। (Uttarakhand Mukhyamantri Mahila Poshan Yojana)
- मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य में गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण संबंधी स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार लाना है।
- उत्तराखण्ड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग द्वारा राज्य में इस योजना का संचालन किया जा रहा है।
- मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत अब प्रत्येक पात्र गर्भवती महिला और स्तनपान कराने वाली माताओं को अंडे और खजूर जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थ प्रदान किये जायेंगे।
- आंगनवाड़ी केंद्र द्वारा उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक खाद्य पदार्थ वितरित किये जायेंगे।
- हर हफ्ते महिला लाभार्थियों को योजना के तहत दो दिन अंडे और दो दिन खजूर मिलेंगे।
- यदि कोई महिला लाभार्थी अंडे लेने से इनकार करती है तो उसे अंडे के स्थान पर खजूर उपलब्ध कराया जाएगा।
- उत्तराखण्ड मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के अंतर्गत लाभ लेने हेतु किया जाने वाला पंजीकरण आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाएगा।
- लाभार्थी महिलाएं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत भी अपना पंजीकरण आंगनवाड़ी केंद्र से ही करा सकती हैं जिसमें बच्चे के जन्म के समय 5,000 रुपये की वित्तीय सहायता केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की जाती है।
- इसके अलावा उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना के अंतर्गत माँ और उसके बच्चे के लिए एक दैनिक देखभाल किट भी प्रदान की जाती है जिसका लाभ महिला लाभार्थी बच्चे को जन्म देने के बाद आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से ही ले सकती है।
- ऐसा अनुमान है कि लगभग 1.50 लाख महिला लाभार्थियों को उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना का लाभ मिलेगा।
- अधिक सहायता के लिए महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यालय या आंगनवाड़ी केंद्र से संपर्क किया जा सकता है।
पात्र लाभार्थियों को प्रदान किए जाने वाले लाभ
- उत्तराखण्ड सरकार द्वारा संचालित अपनी मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के तहत सभी पात्र गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को निम्नलिखित लाभ प्रदान किये जायेंगे :-
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पौष्टिक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जायेंगे।
- सप्ताह में दो दिन अंडे और दो दिन खजूर योजना में गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को दिए जायेंगे।
- जो महिलाएं अंडे नहीं खाना चाहतीं उन्हें खजूर दिए जायेंगे।
- अंडे और खजूर का वितरण आँगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाएगा।
पात्रता की आवश्यक शर्तें
- अंडा और खजूर केवल उन्हीं गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रदान किया जाएगा जिनके द्वारा मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना की निम्नलिखित पात्रता की शर्तों को पूर्ण किया जायेगा :-
- केवल उत्तराखण्ड की स्थायी/ मूल निवासी महिलाएं ही पात्र हैं।
- लाभार्थी महिला गर्भवती या स्तनपान कराने वाली माता होनी चाहिए।
संलग्न किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेज
- उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना में पंजीकरण के समय गर्भवती महिलाओं को निम्नलिखित दस्तावेज आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के समक्ष प्रस्तुत करने होंगे :-
- महिला का आधार कार्ड।
- मोबाइल नंबर।

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी कैसे आवेदन कर सकते हैं
- उत्तराखण्ड सरकार द्वारा प्रदेश की आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से राज्य में मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना को लागू किया जा रहा है।
- लाभार्थी गर्भवती महिलाओं को अपने क्षेत्र के आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से मिलना होगा।
- आंगनवाड़ी केंद्र में मौजूद आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना और केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में गर्भवती महिला लाभार्थियों का पंजीकरण एक साथ किया जायेगा।
- पंजीकृत गर्भवती महिला लाभार्थियों की सूची आगे की स्वीकृति हेतु महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग को भेजी जाएगी।
- उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अंडे और खजूर जैसी पौष्टिक वस्तुओं का वितरण लाभार्थी महिलाओं को सीधे आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाएगा।
- इसके बाद आंगनवाड़ी केंद्र द्वारा सप्ताह में दो दिन अंडे और दो दिन खजूर वितरित किये जायेंगे।
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा पौष्टिक खाद्य सामग्री महिला लाभार्थी को वितरित करते समय तस्वीर भी ली जाएगी।
- उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के संबंध में किसी भी सहायता की आवश्यकता होने पर अपने क्षेत्र की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क किया जा सकता है।
उपलब्ध महत्वपूर्ण लिंक
- उत्तराखण्ड सरकार की मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना के दिशानिर्देश।
- महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की आधिकारिक वेबसाइट।
सहायता के लिए संपर्क विवरण
- उत्तराखण्ड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग का संपर्क नंबर :- 9259553906 (समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक)
- उत्तराखण्ड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग का संपर्क ईमेल :-
- help.wecduk@gmail.com
- dir.icds.ua@gmail.com
- उत्तराखण्ड सरकार के महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग का पता :-
आईसीडीएस कार्यालय, नंदा की चौकी के पास,
चकराता रोड, देहरादून,
उत्तराखंड।
