बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना

बिहार सरकार ने राज्य की दुर्लभ कलाओं के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परंपरा योजना की शुरुआत की है। इस योजना के अंतर्गत उन गुरुओं और उनके शिष्यों को मासिक वित्तीय प्रोत्साहन दिया जाएगा, जो बिहार की सांस्कृतिक धरोहर को साधना और आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं।
सम्पूर्ण जानकारी हेतु पूरा लेख पढ़े।

बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना की मुख्य विशेषताएं
योजना का नाम बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना।
शुरुआत की तिथि वर्ष 2025.
प्रदान किए जाने वाले लाभ कला के गुरुओं और उनके शिष्यों को आर्थिक सहायता।
पात्र लाभार्थी कला के गुरु और उनके शिष्य।
नोडल विभाग बिहार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग।
आवेदन कैसे करें आवेदन पत्र के माध्यम से।
योजना अंग्रेजी में पढ़े Bihar Mukhyamantri Guru Shishya Parampara Yojana.
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बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना की जानकारी

बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना का परिचय: एक संक्षिप्त विवरण

  • बिहार सरकार की कैबिनेट द्वारा दिनांक 01-07-2025 को राज्य में 3 प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं को शुरू करने की मंजूरी दी गयी थी।
  • पहली योजना है “मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना”, दूसरी योजना है “मुख्यमंत्री कलाकार पेंशन योजना” जो पहले ही सम्पूर्ण प्रदेश में लागू कर दी गयी है और आख़िरी योजना जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं, वह है “मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना”।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना शुरू करने का बिहार सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने हेतु प्रोत्साहित करना है।
  • इस योजना को बिहार सरकार के कला, संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में लागू कर दिया गया है।
  • बिहार सरकार अपनी मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के माध्यम से दुर्लभ और विलुप्तप्राय कलाओं में अनुभव रखने वाले वरिष्ठ गुरुओं को शिष्य रखने के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिससे वह अपने ज्ञान और कला को अगली पीढ़ी यानि अपने शिष्यों को हस्तांतरित कर सके।
  • सरकार की इस पहल से लोक कला, संगीत और पारम्परिक कलाएं, जो प्रदेश से धीरे-धीरे विलुप्त होती रही हैं वो पुनर्जीवित हो सकेंगी।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के अंतर्गत चयनित गुरु और शिष्यों को सरकार द्वारा प्रति माह का वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
  • इस योजना के अंतर्गत वरिष्ठ गुरुओं को 15,000/- रूपये प्रति माह, उनके शिष्य को 3,000/- रूपये प्रति माह और संगत कलाकारों को 7,500/- रूपये प्रति माह का प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
  • गुरु के आवेदन हेतु सरकार द्वारा न्यूनतम आयु 50 वर्ष निर्धारित की गयी है और लाभार्थी गुरु को कला के क्षेत्र में न्यूनतम 10 वर्षों का अनुभव होना अनिवार्य है।
  • आवेदन करने वाले गुरु को उन शिष्यों की सूची भी प्रस्तुत करनी होगी, जो कला का प्रशिक्षण ले रहे हैं ताकि उन्हें भी इस योजना के अंतर्गत प्रति माह की आर्थिक सहायता का लाभ मिल सके।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के अंतर्गत पात्र कला रूपों में लोक संगीत, लोक नृत्य, लोक वाद्यकला, शास्त्रीय कला, लोक गाथा, लोक नाट्य और चित्रकला शामिल हैं।
  • योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु बिहार सरकार ने वर्ष 2025-2026 के लिए 1,11,60,000/- रूपये का बजट आवंटित किया है।
  • आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और पात्र आवेदक 31-08-2025 तक बिहार सरकार की मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना का आवेदन पत्र सांस्कृतिक कार्य निदेशालय के कार्यालय में जमा किया जाएगा और किसी भी प्रकार की सहायता के लिए आवेदक जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।

बिहार मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के लाभ

पात्र लाभार्थियों को प्रदान किए जाने वाले लाभ

  • बिहार सरकार द्वारा संचालित अपनी मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के तहत प्रदेश के सभी पात्र गुरुओं और शिष्यों को निम्नलिखित लाभ प्रदान किये जायेंगे :-
    • विलुप्तप्राय कला के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु गुरु एवं उनके शिष्यों को प्रति माह की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
    • पात्र लाभार्थियों को मिलने वाला मासिक वित्तीय प्रोत्साहन निम्न है :-
      • गुरु को 15,000/- रूपये प्रति माह।
      • संगत कलाकारों को 7,500/- रूपये प्रति माह।
      • शिष्य को 3,000/- रूपये प्रति माह।

पात्रता की आवश्यक शर्तें

  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के अंतर्गत बिहार सरकार द्वारा प्रति माह की आर्थिक सहायता का लाभ केवल उन्हीं लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा जिनके द्वारा योजना की निम्नलिखित पात्रता की शर्तों को पूर्ण किया जायेगा :-
    • आवेदक गुरु की आयु 50 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
    • आवेदन करने वाला गुरु बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
    • गुरु के पास विलुप्त हो रही कला में न्यूनतम 10 वर्षों का अनुभव होना चाहिए।
    • आवेदन करने वाले गुरु के पास निम्नलिखित में से किसी एक कला विधा का अनुभव होना चाहिए :-
      • लोक संगीत।
      • लोक नृत्य।
      • शास्त्रीय कला/ विधा।
      • लोक वाद्यकला।
      • चित्रकला।
      • लोक नाट्य।
      • लोक गाथा।
    • गुरु के पास छात्रों को कला सिखाने हेतु उपयुक्त स्थान या प्रशिक्षण केंद्र होना चाहिए।

संलग्न किए जाने वाले आवश्यक दस्तावेज

  • बिहार सरकार की मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के लिए आवेदन पत्र भरते समय लाभार्थी आवेदक को निम्नलिखित दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना आवश्यक है :-
    • बिहार में निवास प्रमाण पत्र।
    • कोई एक पहचान प्रमाण :-
      • आधार कार्ड।
      • मतदाता पहचान पत्र।
      • पैन कार्ड।
    • मोबाइल नंबर।
    • प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे शिष्यों की सूची।
    • ईमेल आईडी (यदि उपलब्ध हो)।
    • अनुभव का प्रमाण पत्र।
    • प्राप्त पुरस्कारों का विवरण (यदि कोई हो)।
    • राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तुतियों का विवरण (यदि कोई हो)।
    • बैंक खाता विवरण IFSC कोड सहित।
    • हाल ही के 2 रंगीन पासपोर्ट आकार के फोटो।

इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी कैसे आवेदन कर सकते हैं

  • बिहार सरकार की मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के अंतर्गत पात्र आचार्य/ गुरु ऑफलाइन आवेदन पत्र के माध्यम से योजना में आवेदन कर सकते हैं।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना का आवेदन पत्र बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट से या फिर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के जिला कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है।
  • लाभार्थी गुरु को योजना के आवेदन पत्र को सही-सही भरना होगा और उसके साथ सभी आवश्यक दस्तावेज़ों को संलग्न करना होगा।
  • आवेदन करते समय गुरु को ये ध्यान रखना होगा की उनके द्वारा वर्तमान में कितने शिष्य प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे उन सभी शिष्यों का विवरण भरा जाना आवश्यक है।
  • योजान का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थी मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना में दो तरीके से आवेदन कर सकता है।
  • पहला माध्यम है की आवेदन पत्र को सीधे संस्कृति निदेशालय कार्यालय या कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के कार्यालय में स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेज दिया जाए।
  • और दूसरा माध्यम है की लाभार्थी स्वयं किसी भी उक्त कार्यालय में जाकर आवेदन पत्र और आवश्यक दस्तावेज़ जमा कर आये।
  • मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए किये गए सभी आवेदन पत्र और दस्तावेज़ों की जाँच विभागीय अधिकारियों द्वारा गहनता से की जाएगी।
  • सत्यापन के बाद सभी पात्र गुरुओं और शिष्यों की सूची तैयार कर प्रकाशित की जाएगी।
  • चयनित लाभार्थियों को बिहार सरकार की मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना के अंतर्गत प्रतिमाह की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में प्रदान की जाएगी।
  • यदि किसी गुरु या शिष्य को योजना से संबंधित किसी प्रकार की जानकारी या सहायता की आवश्यकता है तो वे जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
  • बिहार सरकार की मुख्यमंत्री गुरु शिष्य परम्परा योजना में आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अगस्त 2025 है।

उपलब्ध महत्वपूर्ण लिंक

सहायता के लिए संपर्क विवरण

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